HOT NEWS UPDATE:  स्वामी विवेकानंद अपनी विलक्षण बुद्धि एवं स्मरण शक्ति के लिए विख्यात थे। वे सैकड़ों पन्नों की किताबें कुछ ही घंटो में पढ़ लिया करते थे। यह सही है कि स्वामी विवेकानंद की बुद्धि बचपन से ही अन्य बच्चों की तुलना में प्राकृतिक रुप से अधिक कुशाग्र थी लेकिन अपने मस्तिष्क को अधिक कुशाग्र बनाने के लिए विवेकानंद ने अभ्यास भी किया था। जानने के लिए उपर दिखाया गया वीडियो जरूर देखें।

 वहीँ दूसरी वीडियो में देखें “ताजमहल के चौंका देने वाले रहस्य जिन्हें सरकार भी बताने से डरती हैं”