HOT NEWS UPDATE: ऋषि मुनियों ने भी सेक्स को कभी बुरा नहीं कहा, बल्कि हिन्दू धर्म में तो कामसूत्र, योनी शास्त्र जैसे शास्त्र भी लिखे गए हैं। पर इन सबके बावजुद सेक्स करने के कुछ नियम बनाये किये गए हैं। उनमें से एक सबसे बड़ा नियम है विवाह, यानि शास्त्रों के अनुसार स्त्री पुरुष केवल विवाह उपरांत ही सेक्स कर सकते हैं| बिना विवाह के सेक्स करना पाप कहा गया है| ऐसा केवल हिन्दू धर्म में ही नहीं अपितु दुनिया के सभी प्रमुख धर्मो में कहा गया है।

वेदों में : अधर्व वेद के अनुसार स्त्री पुरुष के केवल विवाह उपरांत ही यौन क्रियाये करनी चाहिए|  तभी इश्वर प्रसन्न रहता है | ऋगवेद में भी विवाह उपरांत ही सेक्स करने को कहा गया है | हिन्दू धर्म में 16 प्रकार के विवाह “स्वीकार्य” “अस्वीकार्य ” जिसमें से गन्धर्व विवाह ऐसा विवाह है जो बिना माँ बाप की आज्ञा से हो सकता है|

कहने का तात्पर्य ये है कि विवाह के बाद ही सेक्स किये गए सेक्स को ही नैतिक सेक्स कहेंगे |

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वहीँ दूसरी वीडियो में देखें पीरियड्स के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी होती है|